Thursday, February 25, 2016

माल के ग्रामीणों ने 20 दिनों में ही दुगुना गहरा कर दिया गांव का तालाब

मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान  
‘ गाम नु काम तो घर नु काम ’ 


डूंगरपुर, 21 फरवरी/‘‘गाम नु काम तो घर नु काम है, ऐवा काम में तो मन लगाड़ी ने काम करवु पड़े। तलाव हदरे तो गाम नी खेतरं पीवे, धान थाए, सपं ने मनकं ज़ीवे’’ अर्थात् गांव का काम तो घर का काम होता है, ऐसे काम में मन लगाकर काम करना पड़ता है। तालाब सुधरता है तो गांव के खेत तृृप्त होते है, फसल होती है और पशु और मनुष्यों को जीवन मिलता है। जिले के माल गांव के निवासी मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन गांव में कुछ ऐसे ही विचारों के साथ काम में जुटे हुए है। यहां के ग्रामीणों ने अभियान के तहत गांव के आंबावाला तालाब को गहरा कराने का कार्य हाथ में लिया तो इसे घर का काम समझते हुए दुगुने उत्साह से जुटे और 20 दिनों में ही गांव के इस तालाब को दुगुना गहरा कर दिया है। ग्रामीणों को पता है कि जब यह कार्य पूर्ण होगा तो तालाब तीन गुना गहरा हो जाएगा। 


जिला मुख्यालय से 35 किलोमीटर की दूरी पर झौंथरी पंचायत समिति में बड़े-बड़े पहाड़ों के बीच बसा है एक छोटा सा गांव माल। छितरी बस्ती के रूप में फैला यह गांव अलग-अलग छोटे-छोटे फलों में बंटा है जहां सिंचाई का कोई अन्य साधन नहीं है। गांव में एक अन्य तालाब के साथ कुल दो तालाब है परंतु भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि दूसरे तालाब का पानी खेतों तक नहीं पहुंचाया जा सकता और सिर्फ मवेशियों के पेयजल के रूप में इसका उपयोग होता है। इन स्थितियों मंे आंबावाला तालाब एक ऐसा तालाब है जो थोड़ी ऊॅंचाई पर स्थित है और इसकी गहराई बढ़ती है तो आसपास के कई खेतों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होगा तो दूसरी तरफ भूजल स्तर में वृद्धि भी होगी। गांव वाले इस बात को बखूबी जानते हैं जिससे वे इस काम पर पूरी शिद्दत से लगे हुए हैं। ग्रामीण तालाब को गहरा कराने के साथ-साथ तालाब से निकाली गई मिट्टी से तालाब की पाल को भी ऊॅंचा और मजबूत कर रहे हैं ताकि पानी ज्यादा से ज्यादा रूके। 

कुएं रिचार्ज होंगे तो मिलेगा फायदा: सरपंच कालीदेवी बुझ 

तीसरी बार इस ग्राम पंचायत माल की सरपंच बनी कालीदेवी बुझ प्रतिदिन इस कार्य को देखने आती है और कहती है कि  चूंकि गांव में बस्ती छितरी है और घर दूर-दूर है ऐसे में भूजल स्तर के बढ़ने से कुंओं में पानी की आवक होगी तथा सिंचाई व पेयजल सुविधा प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने इस कार्य के साथ छोटी-छोटी नहरों के कार्य को भी करवाने की आवश्यकता जताई।  

तीन गुना गहरा हो जाएगा तालाब: एईएन, अमराराम 

सहायक अभियंता अमराराम पटेल बताते है कि ग्राम पंचायत माल के राजस्व ग्राम माल में इस आंबावाला तालाब को गहरा कराने की 2.81 लाख की वित्तीय स्वीकृति 23 जनवरी को जारी की गई थी जबकि कार्य 27 जनवरी से प्रारंभ हुआ जिस पर प्रतिदिन 30 मजदूर लगातार कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अन्य पंचायतों में इस प्रकार के कार्यों पर मशीनों का प्रयोग किया गया है परंतु पंचायत समिति में यह एकमात्र कार्य है जिस पर शत-प्रतिशत कार्य श्रमिकों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कार्य के तहत इस स्थान पर 2 हजार 358 क्यूबीक मीटर मिट्टी को निकालना है और अब तक 30प्रतिशत कार्य करते हुए 765 क्यूबीक मीटर मिट्टी को निकाला जा चुका है।  सहायक अभियंता के अनुसार तालाब पर कार्य प्रारंभ करने के दौरान पानी की भराव क्षमता 1 टीसीएम थी जो कार्य पूर्ण होने पर 3.30 टीसीएम हो जाएगा अर्थात् तालाब तीन गुना गहरा हो जाएगा।   

काम हुआ यह दिखता है: प्रधान, मंजूला रोत

क्षेत्र की निवासी व झौंथरी पंचायत समिति की प्रधान मंजूला रोत कहती है कि माल गांव में अंबावाला तालाब के गहरा कराने का कार्य ऐसा कार्य है जिसमें मजदूरों ने अपने हिस्से की पूरी-पूरी खाबडि़यों की खुदाई की है। दूर से ही ग्रामीणों द्वारा खोदी गई बड़ी-बड़ी खाबडि़यों को देखकर लगता है कि कार्य हुआ है। उन्होंने इसे गुणवत्तायुक्त और जनोपयोगी कार्य बताया और कहा कि ऐसे कामों से ग्रामीणों को वास्तव में फायदा पहुंचेगा।  

...तो तृप्त होंगे प्यासे खेत: 

तालाब के आसपास के पांच-सात खेतों कें मालिक पना पिता हुरजी रोज इस कार्यस्थल पर आते है, वृद्धावस्था के कारण वो काम तो नहीं कर रहे परंतु गांव के तालाब को गहरा होता देख खुश है। वो कहते है कि अब तक तो तालाब की गहराई कम होने से ज्यादा पानी रूकता नहीं था ऐसे में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाता था। अब तालाब गहरा हो रहा है तो पानी रूकेगा तो खेतों से फसल लेंगे। 
तालाब गहरा करने में लगे हुए श्रमिक गटु पिता धनजी का कहना है कि मेरे भी खेत तालाब से कुछ ही दूरी पर है, अब तालाब गहरा होने से खेतों को पानी मिलेगा। यह गांव के दूसरे लोगों के लिए भी अच्छा काम है तो हम सब मिलकर इसको पूरा करने में लगे हुए हैं। 
इसी कार्यस्थल पर कार्यरत मेट जयप्रकाश/बापूलाल का कहना है कि लोगों को पता है कि इस काम से उनका ही फायदा है तो पूरे दिल से जुड़े हुए हैं। 

------------


No comments:

Post a Comment